भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में सहयोग ( Brashtaar Virodhee Abhiyaan Mein Sahyog


आज मैं धन्य हो गया। खुद अपनी पीठ थपथपाने को मन कर रहा है। भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में कुछ तो सहयोग कर पाया। उनकी पार्टी सरकार चला रही हैआप तो जानते हैं ऐसे लोगों के पास आइडिए की और आइडिए देने वालों की कोई कमी नहीं रहती। फिर भी अपनी किस्मत कि वे मेरे पास आए और मैंने एक-एक कर ऐसे आइडिए उनके सामने रखे कि वे प्रसन्न हो गए। शायद पिछले दिनों मेरे द्वारा भ्रष्टाचार के विरुद्ध लिखे जोरदार लेख से प्रभावित होकर वे मेरे पास आइडिया लेने आए थे। खैरपिछले कुछ समय में मेरे बेवकूफी करने के स्तर में कुछ बदलाव आया है। लिहाजा मैंने पहला सुझाव दियाआप भ्रष्टाचार के विरुद्ध नगर के युवक-युवतियों की एक गरबा प्रतियोगिता क्यों नहीं करवाते। उछल पड़े वे। उत्साह से बोलेये हुआ न सुझाव।



इसी कारण तो हम लोग आपकी लेखनी के कायल हैं। मैंने आगे कहायातायात में अड़चन तो आएगीपर शहर में आठ-दस जगह माता का जागरण और भण्डारा किया जा सकता है। पार्टी समर्थक कलाकारों की भजन-संध्या और शाम-ए-गजल के आयोजन हो सकते हैं। हांये अच्छा है। इसमें तो टिकिट और फ्री-पास की भी बिक्री की जा सकती है। फिर मैंने अगला विचार प्रस्तुत किया,भ्रष्टाचार के विरुद्ध सारे स्कूल और कॉलेजों की ड्राइंग कम्पिटीशन क्यों नहीं रखते आप?
एक पोस्टर प्रतियोगिता हो सकती है और प्रतियोगिता में जो पोस्टर पुरस्कृत हो उसे बड़े पैमाने पर छापने का आपके नेताजी के ही विभाग से आर्डर प्राप्त किया जा सकता है।
मेरे द्वारा दिए गए सुझावों में कमाई की ईमानदार संभावनाओं को देखते हुए उनके चेहरे के प्रशंसा भाव लगातार बढ़ते जा रहे थे। मेरे हर सुझाव से वे सहमत दिखाई दे रहे थेतभी मुझे लगा इतने सुझावों के कारण वे हांफने लगे हैं। उनमें से एक ने तो हाथ उठाकर मुझे रुकने का भी इशारा किया। लेकिन तभी मैंने उन्हें सुझाव दियाआप लोग हर शहर,गांव को शामिल करते हुए एक पतंगबाजी प्रतियोगिता का भी आयोजन कर सकते हैं।
बस-बस लेखकजीइतने सुझाव काफी हैंइन्हें पूरे करते हुए तो अगले चुनाव आ जाएंगे। यह कहकर वे लोग उठ गए। गदगद मुद्रा में मैंने उन्हें विदा किया। जाते हुए वादा भी करवा लिया कि मेरे अनुरोध पर वे किन्ही दो लोगों के तबादले करवा देंगे। अस्तुभ्रष्टाचार विरोधी अभियान में अपने सराहनीय सहयोग पर पुलकित मुद्रा में खुद को शाबाशी देते हुएअब में सोच रहा हूंपता लगा लूं आजकल तबादलों के रेट क्या चल रहे हैं। आपको पता है क्या? - रोमेश जोशी

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